काठमांडू: नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह ने लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए गणतंत्र की सरकार से आग्रह किया है. बुधवार को जारी एक बयान में ज्ञानेंद्र शाह ने कोरोना के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और संक्रमितों के ठीक होने की कामना की. यह कहते हुए कि अब चुनौती के साथ एक अवसर है, उन्होंने विभिन्न कारणों से घर लौट चुके लोगों के लिए शिक्षा, उद्यम और रोजगार की व्यवस्था करने पर जोर दिया.
उन्होंने कई सवाल भी उठाए हैं. उन्होंने कहा, “हमारी देशभक्ति, स्वतंत्र स्थिति और स्वाभिमान पर बार-बार सवाल, संदेह और विवाद क्यों उठते हैं? लोगों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका को लेकर भ्रम, असंतोष और गुस्सा क्यों है? रोग, महामारी, राष्ट्रीय मुद्दों के संकट, राष्ट्रीय हित के खिलाफ संधियों और हत्या, हिंसा और आत्महत्या जैसे ज्वलंत और दुखद मुद्दों पर हमेशा विवाद क्यों होता है?”
भ्रष्टाचार, लापरवाही और पक्षपात जैसे मुद्दे भी उन्होंने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, “हमारे होनहार युवा, सभी देशभक्त और स्वतंत्र नागरिक, ऐसी स्थिति में सड़कों पर क्यों उतर रहे हैं? यह चिंता का विषय है.”
अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे पूर्व राजा शाह
यह कहते हुए कि खंडन या निषेध की भावना से अब किसी को लाभ नहीं होगा, पूर्व राजा शाह ने कहा कि उन्हें गौरवशाली इतिहास को स्वीकार करने में सक्षम होना चाहिए. “राष्ट्रवाद हमारा मुख्य मंत्र है और एकता हमारी ताकत है. इस ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करते हुए अतीत से सबक सीखकर आगे बढ़ना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य और धर्म है.” उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जून में अपने जन्मदिन को उत्सव के रूप में नहीं मनाने का फैसला किया है.
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