महाराष्ट्र में अब तक 94041 केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं. वहीं राज्य में 3438 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र के 36 जिले कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं जिनमें सात में हालात ज्यादा खराब हैं.

(फाइल फोटो)
नई दिल्लीः देश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहीं सबसे ज्यादा हालत खराब महाराष्ट्र में है जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र में अब तक 94041 केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं. वहीं राज्य में 3438 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. लगातार बढ़ते मामलों के बीच और अनलॉक-1 के बाद आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री और जिला अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, मेडिकल एजुकेशन मंत्री अमित देशमुख और कोरोना से प्रभावित जिलों के डीएम के साथ बैठक की. महाराष्ट्र के 36 जिले कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं, जिनमें सबसे ज्यादा सात जिलों में हालात खराब है. ये जिले हैं- मुंबई, ठाणे, पुणे, नासिक, पालघर, नागपुर और औरंगाबाद. इन सात जगहों पर लगातार केस बढ़ रहे है इसलिए खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इन जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की.
महाराष्ट्र में कोरोना के वर्तमान हालात पर बात करते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा, “बढ़ते कंटेनमेंट ज़ोन की संख्या पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रभावी रोकथाम रणनीति के लिए खास ध्यान दिया जाना चाहिए. इसके अलावा, मामले की मृत्यु दर में वृद्धि को प्रति मिलियन जनसंख्या पर किए गए परीक्षणों के साथ देखा जाना चाहिए.”
डॉ हर्षवर्धन ने महाराष्ट्र में बढ़ते केस को देखते हुए आईसीयू, वेंटिलेटर और टेस्टिंग लैब्स की सुविधा बेहतर करने की सलाह दी. साथ ही डॉक्टरों की ऑनलाइन मॉड्यूल के जरिए ट्रेनिंग पर भी जोर देने को कहा.
इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार और अधिकारियों से कहा कि टेस्टिंग लैब्स को कोरोना वारस के टेस्ट की रिपोर्ट जल्द मिले ये सुनिश्चित करें ताकि कोरोना रोगियों का समय पर पता लगाने और इलाज में मदद मिल सके. इसके अलाव राज्य को ये भी सलाह दी गई कि कोविड-19 के अलावा ब्लड कलेक्शन/ट्रांसफ्यूजन, कीमोयथेरेपी, डायलिसिस जैसी सेवाओं के साथ गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष देखभाल के साथ आवश्यक सेवाओं का भी ध्यान रखा जाए. वहीं राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ वेलनेस सेंटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
दिल्ली में फिर टूटा कोरोना वायरस का रिकॉर्ड, 24 घंटे में सबसे ज्यादा मौत और नए केस
Source link