बरेली. यूपी के बरेली जिले में कोरोना बम फूटा है. जिले में कोरोना के 292 नए मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है. कोरोना संक्रमित मरीजों में आईटीबीपी के जवान, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी, जिला जेल के बंदी, डीआरएम ऑफिस के कर्मचारी भी शामिल हैं. इसके अलावा कोरोना के कारण पांच लोगों की मौत भी हो गई है.
इसके साथ ही जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 57 हो गई है. मृतकों में 65 वर्षीय रिठौरा निवासी भगवान दास, 67 साल के प्रेमनगर निवासी सुधीर कुमार, 62 साल के सुरेश रस्तोगी, 69 साल की मधु खंडेलवाल और मीरगंज निवासी मोहम्मद अली हैं.
हॉटस्पॉट इलाकों में लापरवाही बनी खतरा
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही यहां भारी पड़ी है. हॉटस्पॉट इलाको में बरती गई लापरवाही का नतीजा ये हुआ कि बरेली में संक्रमण तेजी से फैल गया. यही वजह है की स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी, बैंककर्मी, नेता, व्यापारी, उधोगपति, मजदूर, बच्चे-बुजुर्ग सभी संक्रमित हो रहे हैं.
“समय पर टेस्ट ना कराना बनी मौत की वजह”
वहीं, कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर जिला सर्विलांस अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि जिन लोगों की कोरोना से मौत हो रही है, उसकी वजह समय पर जांच नहीं कराना है. उन्होंने कहा कि अगर मरीजों ने समय पर जांच कराई होती, तो मृतकों की संख्या में इतना इजाफा नहीं होता.
बरेली के हालात का लखनऊ में असर
उधर, बरेली में बिगड़ते हालात का असर लखनऊ में हुआ है. लखनऊ में इस पर संज्ञान लिया गया है. अब बरेली के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल के साथ पीजीआई के डॉक्टरों की टीम बरेली रवाना होगी.
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