
Vikas Dubey Encounter: यूपी STF विकास दुबे को टाटा सफारी में लेकर निकली थीं.
नई दिल्ली :
Vikas Dubey Encounter : यूपी के मोस्टवांटेड और 8 पुलिसकर्मियों के हत्या के आरोपी विकास दुबे को कानपुर के पास पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया,पुलिस का दावा है कि कार पलटने के बाद विकास ने भागने की कोशिश की लेकिन एनकाउंटर के तरीके को देखें तो खुद समझ आ जायेगा कि ये एनकाउंटर कितना नाटकीय था. उज्जैन से जब विकास दुबे को यूपी एसटीएफ लेकर निकली तो उसके काफिले में 3 गाड़ियां थीं ,टाटा सफारी की पिछली सीट पर वो बैठा था ,उसके अगल बगल 2 पुलिसकर्मी बैठे थे ,काफिले की ये तस्वीरें 2 टोल नाकों पर कैद हुईं. लेकिन शुक्रवार सुबह करीब 6:30 बजे जब ये काफिया कानपुर से से करीब 17 किलोमीटर पहले पहुँचा तो कानपुर पुलिस के जवान बड़ी संख्या में पहले ही खड़े मिले, उन्होंने यूपी एसटीएफ के काफिले का पीछा कर रहे मीडियाकर्मियों को तो बैरिकेड लगाकर रोक दिया लेकिन यूपीएसटीएफ की गाड़ियों को जाने दिया,यहीं मीडिया से मीडियाकर्मियों की आशंका हकीकत में बदल गयी कि आगे कुछ होने वाला है.
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मीडियाकर्मियों आगे जाने के लिए पुलिस से झगड़ा कर रहे थे पता चला कि आगे 2 किलोमीटर दूर विकास जिस गाड़ी में जा रहा था वो गाड़ी पलट गई है,जब हम सभी मौके पर पहुँचे तो देखा एक दूसरी गाड़ी टीयूवी गाड़ी पलटी पड़ी है,पुलिस ने दावा किया कि गाड़ी पटलने के बाद जो पुलिसकर्मी घायल हुए विकास ने उनकी पिस्टल छीनी और फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की,पुलिस ने सरेंडर करने के लिए कहा तब भी विकास नहीं माना और फायरिंग करता हुआ 100 मीटर दूर यहां तक पहुंच गया ,जवाब में पुलिस ने फायरिंग की और विकास मारा गया. पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए जिनमें 2 को गोली लगी है,इस मुठभेड़ पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
- मीडिया को एनकाउंटर से ठीक पहले 2 किलोमीटर पहले क्यों रोका गया?
- विकास जिस टाटा सफारी में सवार था तो एनकाउंटर के वक्त टीयूवी 300 में कैसे आ गया?
- दर्जनों पुलिसकर्मियों के बीच विकास ने पिस्टल कैसे छीन लीं?
- अगर उसे भागना ही था तो उज्जैन में सरेंडर क्यों किया?
- गाड़ी स्पीड में नहीं थी फिर पलटी कैसे?
- भौतीं के पास जहां एनकाउंटर हुआ वहां लोकल पुलिस पहले से तैयार क्यों खड़ी थी?
वहीं जो 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए हुए हैं,उनके परिवार वालों का कहना है कि उन्हें इंसाफ मिल गया है लेकिन विकास दुबे के पीछे जो लोग हैं उनके के नाम भी सामने आने चाहिए सूत्रों की मानें विकास को सीने ,कमर और कंधे में 4 गोलियां लगीं है,इनकाउंटर पर कई सवाल हैं लेकिन अब एक सच्चाई ये है की एक दुर्दांत अपराधी का अंत हो गया है.
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